Posts

Showing posts from May 10, 2020

प्रियंका चोपड़ा जीवन परिचय , PRIYANKA CHOPRA BIOGRAPHY

Image
प्रियंका चोपड़ा जीवन परिचय , PRIYANKA  CHOPRA  BIOGRAPHY  दोस्तों प्रियंका चोपड़ा जो की भारतीय फिल्म  जगत ( BOLLYWOOD ) का जाना माना नाम है आज उन्हें हर कोई जनता है शायद ही कोई होगा जो उन्हें नहीं जनता होगा , आज हम आपको उनके बारे में कुछ खास बातें बताएंगे , जैसे उनका जन्म कहा हुवा , उनके माता पिता कौन है और क्या करते है, उनके परिवार में उनके आलावा और कौन कौन है , उनके LOVE  अफेयर्स , Marriage  और उनकी फीस आदि के बारे में हम आपको इस पोस्ट में बताएंगे  सबसे पहले बात करते है उनके जन्म की , प्रियंका चोपड़ा का जन्म भारत के एक प्रशिद्ध शहर जमशेदपुर  में १८ जुलाई १९८२ को हुआ था , इनके पिता का नाम अशोक चोपड़ा और माता का नाम मधु चोपड़ा है , इनके माता पिता दोनों ही आर्मी में डॉक्टर थे , अभी इनके पिता का स्वर्गवास हो गया है ,  इनके परिवार में इनके आलावा एक छोटा भाई है जिसका नाम सिद्धार्थ चोपड़ा है , प्रियंका चोपड़ा की कोई सगी बहन नहीं है , अगर इनकी चेहेरी बहन भाइयो की बात करे तो उसमे बहनें परणीती चोपड़ा, मीरा चोपड़ा और मन्नारा चोपड़ा भी बॉलीवुड में सक्रिय हैं। माता-पिता की नौकरी के कारण प्रियंका अमूम

सर्जिकल पट्टियों का निर्माण कैसे करें? | How to Manufacture Surgical Bandages? | Hindi | Business, earn 2 lakh per month

Image
नमस्कार दोस्तों  आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे सर्जिकल बैंडेज , यानि जख्मो पे बांधे जाने वाली पट्टी के बारे में , इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे की आपका कितना खर्चा आएगा , कैसे बना सकते है, कहा बेचे सकते है , कहा से कच्चा मॉल मिलेगा , क्या क्या जरूरी चीज़े होंगी , कितनी बचत होगी , और इस काम के लिए सरकार से कम ब्याज पर  कितना लोन मिलेगा   सर्जिकल बैन्डेज का उपयोग जख्मों को ढकने अथवा बांधने के लिए किया जाता है । प्रत्येक शासकीय अथवा अशासकीय अस्पताल, डिस्पैंसरी, नर्सिग होम, मैटरनिटी होम कारखानों आदि में इनका बहुतायात में उपयोग होता है । स्वास्थ्य के प्रति जनसामान्य की बढ़ती जा रही जागरूकता तथा अन्य सुविधाओं के प्रति सजगता के फलस्वरूप स्कूलों/कॉलेजों तथा कार्यालयों आदि में भी सर्जिकल बैन्डेज काफी मात्रा में रखी जाने लगी है । खुले बाजार, मेडीकल दुकानों तथा अस्पतालों/डिस्पैंसरयों आदि में बिक्री होने के साथ-साथ शासकीय खरीद कार्यक्रम के माध्यम से भी सर्जिकल बैन्डेज की वर्तमान तथा भविष्य की अनुमानित खपत को देखते हुए इस प्रकार की इकाइयाँ कस्बा/तहसील स्तर पर भी स्थापित की जाएं तो इनकी सफलता